Post on 10-May-2020
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मतययजय खरिसत, मारच-अपरऱ, 2016
सतय और अरथपरथ जीवन की खोज करन वालो क ललए
मत यजखरिसत ऱमनस इवजलऱकऱ फऱोलिप इटरनिनऱ, मारच-अपरऱ, 2016
यीश: ठोकर का पतथर
यीश फसह का ममना
जस लिखा ह , ‘दखो म लसययोन म एक
ठोकर का पतथर और ठस की चटटान
रखता ह , और जो उस पर लिशवास
करगा िह िलजजत न होगा। ’ (रोलमयो
9:33)
आदमी नही जानता ह लक
िह लकस स पयार कर और लकस स
घणा कर। ऐसा िगता ह ि ऐसी चीजो
स लिपट रहत ह , जो लनशचत ही उनह
और उनक पररिारो का नाश करती ह।
उनको उनकी बिकफी स छडान का
यतन करन िािो स भी ि घणा करत ह।
नीिलगरी पिवतो क आचिो
म, हालथयो क जगिो स कछ जयादा दर
नही, िहा हम एक छोटा सा सकि
चिात ह। चार बरोजगार नियिलतयो
को यह सकि रोजगार द रहा ह। िहा
लसफव छबबीस बचच हालिरी म ह।
हमार सकि स पाच मीि की
दरी पर , सभय समाज क नजदीक ही
एक लिशाि (हाई सकि) उचच
उसन (यीश न) उनस (अपन चलो स)
कहा, ‘अपन दख उठान स परव मरी
बडी अभभलाषा थी भक म तमहार साथ
फसह खाऊ, कयोभक म तमस कहता ह
भक जब तक यह परमशवर क राजय म
परा न हो जाए , म इस भफर कभी नही
खाऊगा।’ पयाला लकर जब उसन
धनयराद भदया तो कहा , ‘इस लो और
आपस म बााटो, कयोभक म तमस कहता
ह भक जब तक परमशवर का राजय न आ
जाए, म दाखरस नही पीऊगा। ’ भफर
रोटी लकर जब उसन धनयराद भदया तो
उस तोडकर उनको भदया और कहा ,
‘यह मरी दह ह जो तमहार भलए दी
जाती ह ; मरी समती म ऐसा ही भकया
करो।’ जब र खा चक तो उसी परकार
उसन पयाला लकर कहा , ‘यह पयाला
जो तमहार भलए उणडला गया ह मर लह
म एक नई राचा ह। ’ (लका 22:15-
20)
परररतो क काम 20:1-28 भी पढ।
यह फसह रात म हआ था।
यीश न अपन चलो को इस भोज क
भलए एकतर भकया था। यह परव उस पाप
क दश, उतपीडन क दश और ऐसा दश
जो अाधकार स भरा ह, रहा स छटकारा
पान की यादगार था।
परमशवर न उनको , इस परव म
पालन करन क भलए भनदशो की एक
सची दी थी। उनको एक भनदोष ममना
को लना होगा और उस आग म भनकर
खाना होगा। उसकी कोई भी हडडी नही
तोडनी ह। उस ममन क लह को दरराजो
क दोनो अलागो तथा चौखट क ऊपरी
भाग पर लगाना ह। रह रात पर भमसर
दश क भलए एक भरकट रात थी।
परमशवर क जनो और अाधकार की
शभियो क बीच यह एक साधारण
लडाई थी।
जहा भी यीश क ससमाचार
का परचार नही होता, रहा इस सासार का
शासक राज करता ह और रह सथान
अाधकार स भर जाता ह। ‘सासार का
शासक आ रहा ह , और उसका मझ पर
कोई अभधकार नही ,’ यीश न कहा।
(यहनना 14:30) यीश जब इस दभनया
म थ , अपन आप स और अपनी
सरकाई स शतान को दर रखन का
सामथव उनक पास था। यीश म , शतान
कोई पाप नही ढढ पाया। मगर अब इस
सासार का शासक आ रहा ह। और उस
पर रार करन का सामथव उस म ह
कयोभक अब यीश न इस दभनया क पाप
को अपन ऊपर भलया ह। अगर हम म
पाप होता ह , तो अनधकार की शभिया
हम पर परबल हो जाती ह। लमब समय स
भकसी सथान म राजय करत अनधकार
की शभियो को, अपन सथायी शासन स
आततमक उननतत क लऱए दखना न भऱ।
परमशवर की चनौती
TV - Star Utsav चनऱ पर
हर रखरििार सयबह 7:30 स 8:00 बज
यीश: ठोकर का... पषठ 2 पर
मतययजय खरिसत, मारच-अपरऱ, 2016
पषठ 2
ALLAHABAD : Beautiful Books, 194A, Old Mumford Ganj,Pin Code-211 002, Uttar Pradesh, Ph.0532- 2642872.
BANSI : Eton English Medium School,Chitaunakothi,Siddharth Nagar Dt, Pin Code-272 153, Uttar Pradesh,
ph.05545-255002
CHENNAI :LEF Head Quarter, 9-B, Nungambakkam High Road, Chennai, 600 034, 044-2827 2393
MUMBAI : Beautiful Books,Hotel Victoria, Ground Floor,SBSMarg,Near GPO, CST, Pin Code.400001, Ph.022-
56334763/ 25008840
GANGTOK : Beautiful Books, P.B.No.94,31A, National Highway, Below High Court, Sikkim, Pin
Code.737101Ph.03592-228733
SHILLONG : Beautiful Books, P.B.No.39, Nongrimbah Road, Laitumkarh,PinCode.793003, 0364-2501355
अगर कोई उनह भहलाय , तो उनको
भहलानराल असरभित आदभमयो को र
मार भी सकती ह। जो काला जाद का
अभयास करत ह अात म , अाधकार की
शभियो दवारा मार जायग। फसह का
ममना (यीश) का लह , अाधकार की
शभियो क भररदध एक समपणव सरिा ह।
अपन घर क चौखटो और अलागो पर
लगान क बाद , इसराएल की सनतान को
उस ममन का माास खाना था। इसस ,
भमसर की सना और अाधकार क शभियो
को तचछ जानकर अपनी लाबी यातरा क
भलए र बल पायग। अपनी कमर बानध ,
अपनी जभतयाा पाार म पहन, और अपनी
लाठी हाथ म भलए हए यातरा क भलए
तयार, खड-खड ही उनको यह फसह
खाना था। परमशवर क जनो क उस महान
छटकार की याद को यीश यहा मना रह
ह।
र कसी गलामी म थ! र
अपन भलए या अपन बचचो क भलए नही
बभकक एक भरदशी राजा क भलए भकतना
कभठन पररशरम कर रह थ। र भणरौन क
भलए भणडारागार-नगरो को बना रह थ।
उनकी गलामी की सबस बदतर बात यह
थी भक उनकी नर सनतान को पदा होत
ही नदी म ण कन की आजञा थी। भबना
कोई अात बकार म र पररशरम करत रह।
इस सासार म आदमी जो भसफव अपन
भलए और अपन बचचो भनभमत सापभि
बटोरन क भलए महनत करत ह , ना भक
परमशवर क राजय क भलए , र वयथव ही
इतना कठोर पररशरम कर रह ह। भजसका
पतन भनयत ह ऐस राजय क भलए र
कठोर पररशरम कर रह ह।
लह ही अतयात महतरपणव ह।
लोग यह बात नही जानत ह। इसका
पररणाम एक भछछला धमव ह। लह म
सनातन सामथव ह। जब हम पभरतर भोज म
भाग लत ह , हमार भलए मर यीश की
मतय को हम याद करत ह। उनक लह स
हम सापणव सरिा भमलती ह। जब हम
उनक दह को खात ह , उस पर मनन
करक और अनदर गरहण करत ह , तब हम
पषट करन राल सामथव को हम अनदर ल
रह ह। यह एक रहसयमय धाभमवक भिया
ह जो एक असीम मन की ककपना स
आराभ हआ ह। उस मज क सामन हम
अपन मन को अचछ स तयार करक
आना ह। नही तो हम अपन आप पर
लानत लान क भलए ही हम उस कर रह
ह।
उस फसह को कडर साग-पात
क साथ खाना ह। रह भमसर दश म उनकी
कट दासतर को याद भदलान क भलए ह।
उस ममन को आपको खाना होगा। शरीर
(उनका रचन) को आग (जो पभरतर
आतमा ह) म भनकर खाना होगा। सरगव
की रह आग, परमशवर क रचन को आप
क भलए पकाएगा , ताभक जब आप उस
गरहण करो , तो आपकी आतमा म एक
महान सामथव आ जायगा। ककपनाओ ा
तथा याददाशत या चाह क जररय ,
अाधकार की शभिया आप पर आिमण
नही कर पायगी। यीश का लह , हर पाप
स आप को सरभित रखता ह।
- एन. दाभनययल।
उसम एक गण सपषट नजर आता था – जो
भी मसीह स जडा हो , िह उसस घणा
करता था। हमार नौजिानो म स एक
लजसको परभ यीश न बहत अदभत रीलत स
बदिा और सिसथ लकया , िहा उस हाई
सकि क िडको स लमिन जाता था। हफत
म एक बार िह उन िडको स पडो की
छाया म लमिता और उनस उदधारकताव क
बार म बात करता था। य दानी कहिान
िाि आदमी न इस अनौपचाररक बठक
पर एतराि लकया। हमारा नौजिान जो खद
एक दफा अतयलधक मलतवपजा करता था ,
उसन सभा को बद कर लदया। म इस वयलि
स लमिना चाह गा और यीश क अलितीय
सदरता क बार म बात करना चाह गा।
बहत सार िोग , इसस अलधक
नही जानत ह। ि कछ ऐस नाममातर इसाई
स लमि होग जो एक बदमाश ह। या लफर
शायद लकसी शरीमान पीटर या जॉन को
जानत होग जो एक जाना-माना चचव का
सदसय ह , जो बहया झठ बोिता ह। या
लफर ऐसा कोई होगा लजसक , पणव रप
पिावगरही माता-लपता उसस कहत होग ,
‘‘इसाई धमव एक महामारी क समान ह ,
मसीह या उसस जडी हर चीज स बचकर
रहो।’’ इसलिए उनका मन मसीह क लिए
पणव रप स बनद रहता ह। लनिःसदह यह एक
अजञानता का रिया ह मगर यह परचलित
ह, यहा तक पढ-लिख िोगो क बीच म
भी। इन सब स अिािा, हर पापी क मन म
एक अजीब सा अनलचत लिरोध भाि
मसीह क परलत ह। शतान उसस समबलनधत
हर एक को , मसीह स नफरत करना
लसखाता ह।
बाइबि कहता ह , ‘म लसययोन
म एक ठोकर का पतथर और ठस की
यीश ठोकर का... पषठ 1 स
लिदयािय भी ह। उसका ससथापक एक
दानशीि और परोपकारी आदमी था।
मतययजय खरिसत, मारच-अपरऱ, 2016
पषठ 3
िह बहोश हो गयी। जब िह होश म आई,
िह लफर परभ यीश क बार म गान िगी।
दबारा िो िोग बबवरता स उस पर टट पड।
अततिः बार-बार बरी तरह स
पीटन पर भी कोई िाभ ना होत दखकर ,
उन िोगो न एक गर को बिाया , जो
अपन पास जादई शलिया होन का दािा
करता था। उनको यकीन हो गया लक
उनकी िडकी पर लकसी मतर-ततर का
असर ह , या लपर उस पर कोई दषटातमा
हािी ह।
उस गर क साथ उस अदर बद
लकया। िह ठीक उसक सामन बठकर िह
उसकी आखो म घरन िगा। िह शर हो
गया और झाड-फक करत करत िह थक
भी गया। इस नौयिती पर यह सब कछ
असर डाित नही लदखाई पडा। तब िह
यह कहत उस कमर स भाग गया , ‘इस
िडकी म जो शलि ह , मर आधीन म जो
सारी शलिया ह उन सब स बढकर
शलिशािी ह। ’ िह ठोकर का पतथर ,
यीश उसक आराधय परभ और उदधारकताव
बन गया। अधी नफरत स और अकारण
लििष स इस िडकी न कसा छटकारा
पाया!
मरा यह अनमोि उदधारकताव ,
जो मर यौिन स मरा कभी साथ ना
छोडनिािा साथी रहा ह , कया िह अब
भी आपक लिए एक ठोकर का पतथर
और ठस की चटटान ही ह ? सार इलतहास
म यीश क लसिाय ऐसा कोई दसरा नही ह
लजस लबना कोई कारण ही इस तरह तयागा
गया ह। मगर परमशवर की परलतजञा को सनो,
‘जो उस पर लिशवास करता ह िह कभी
लनराश ना होगा। ’ (1 पतरस 2:6) यह
सच ह। म न इस बात को करोडो बार सच
सालबत पाया ह। कया आप भी यीश को
अपन जीिन का मि पतथर बनाओग ?
तब आप भी कभी नही लहिोग , या कभी
लनराश ना होग।
यीश को मानन स कभी
िलजजत ना होना। कभी ना कहना , ‘म
चटटान रखता ह । ’ यीश को कसा नाम
लदया गया, ठोकर का पतथर! हम अपन
आप ही बदब आन िाि िोगो स दर
भागत ह। शराब की गध स मझ बहत
घणा ह। फास म समदर क सामन
जयादातर दकानो स बीयर की तज बदब
आती ह। िोगो क सास स ही मझ
शराब पीई हई ह का पता चिता ह।
मगर आराधय उदारकताव यीश स घणा
करन योगय कया बात हो सकती ह ?
यीश स कोई कयो ठोकर खाय?
कभी कभी म िोगो स पछता
ह , ‘यीश न आपक लिरदध कया लकया
ह? आप उनस नफरत कयो करत हो ?
आप का दश या आपक पररिार क
लिरदध यीश न कया लकया ह ?’ लनसदह
उनक पास कहन क लिए कछ नही
होगा। िह लसफव एक अधी , मखव,
नासमझ नफरत ह।
परमशवर चाहत ह लक हम
उनका और उनक िचन का पािन कर।
अब यह बात िोगो को बहत ही
नापसद और अिाछनीय िगती ह। ि
सरि चिन िाि सिाथी जीिन क
अलभिाषी ह, जहा सब कछ धधि रग
का ह और इसलिए सिीकारन योगय ह।
और उस म कछ भी कािा नही ह।
परमशवर का िचन , बाइबि ऐसी रोशनी
परकालशत करता ह या सफद बाइबि
णािड को णािडा ही कहता ह। पाप ,
पाप ही ह और अधमव, अधमव ही ह। इस
म िाकछि की कोई गजाइश नही ह।
आदमी इतन नासमझ हो
सकत ह। िोग य कयो नही कहत , ‘उस
दश क लनयमो क अनसार , मझ बाय या
दाय म ही कयो गाडी चिानी पडती ह।
म लजस लकनार चाह िहा चिान की
मझ आजादी चालहए। अगर ऐसा ह, तो
पागि आदमी की तरह सडक क गित
लकनार पर गाडी चिाकर आप जलद ही
मदावघर म पहच जाओग। कोई भी
समझदार आदमी ऐस काम नही करगा।
मगर जब परभ यीश की बात
आती ह तो परी तरह स अनलचत रिया
भारी रप स उपलसथत ह: ‘म अपना
जीिन यीश को कयो सौप द ? म अपना
जीिन अपनी मजी स जीना चाहता ह ! ’
ि कहत ह। हम ऐसी जगह स भाग जाना
चाहत ह जो सापो या लिषि सरीसपो स
भरा हो। या लफर ऐसी जगह जहा सकडो
िोग हज (कॉिरा) स मर रह हो। मगर
यीश स दर कयो भाग जाय ? यीश स कयो
ठोकर खाय?!
एक औरत लजसन अपनी
जिानी म यीश स बहत नफरत की थी ,
उसन अपनी गजब कहानी बताई। एक
ईसाई पाठशािा म पढत समय इस
िडकी न एक दफा , गसस स बाइबि को
कमर क उस पार णक लदया था। उसक
अपन लहनद लपता न , एक पलितर गरथ क
साथ कभी ऐसा नही करना चालहए कहत
उस लधककारा। लफर भी लबना कोई कारण
िह मसीह स बहत घणा करती रही। एक
लदन कछ सनदर फिो को दखत हए ,
उसन कहा: ‘इन सनदर फिो को
बनानिािा िह परभ , खद िह अतयत
खबसरत होना होगा। ’ मगर कोई भी
दिी-दिता जो िह जानती थी , इस िणवन
क योगय नही पाई - एक अलत सनदर
परमशवर। जब की िह परभ यीश स घणा
कर रही थी , िह लकसी और क बार म
सोच नही पाई , लजस िह लनषकिक रप
स सनदर ह , मान सकगी। तब परभ यीश
उस लमि , उसक पापो को माफ लकया
और उसक लदि को पणव रप स सतषट
लकया। उसन तरत , यीश पर अपना
लिशवास, अपन पररिार क िोगो को
बयान लकया।
उसक लपता और बडा भाई
बहत लनराश हो गय। उस परभ यीश क
पीछ चिना छोडन क लिए उस मनान क
लिए उन िोगो न बहत कोलशश की। उस
धमकी दी गयी और बहत लनदवयता स उस
जतो स पीटा गया। ऐसी िहशी लपटाई स
मतययजय खरिसत, मारच-अपरऱ, 2016
पषठ 4
सतय की परख!
'जब उसन (बरखरतमाई , एक
अनधा खरिखारी) सयना खरक ह
नासरत खरनिासी ीशय ह तो
पयकारकर कहन लगा , 'ह
ीशय, दाऊद की सनतान, मयझ
पर दा कर! .... ' ीशय न
उततर दत हए कहा , 'त का
चाहता ह खरक म तर खरलए
कर ?' और अनध न उस स
कहा, 'मर गयर , म चाहता ह
खरक दखन लग! ' (मरकय स
10:47,51)
रोसालिनड गोफोथव
(1864-1942) न यीश मसीह का
ससमाचार चीन म िान क लिए मदद
की। उनहोन अपनी लकताब 'म कस
जानती ह लक परमशवर पराथवना का जिाब
दत ह ?' म अपन लिशवास क जीिन म
सीख वयलिगत पाठो का बयौरा लदया ह।
उनहोन गयारह साि की आय म सब क
सामन, यीश मसीह को अपना उदधारकताव
सिीकार लकया। उसकी पराथवनाओ को
लमि जिाबो की कछ घटनाओ का
बयौरा नीच लदया गया ह।
'य सब वसतए ' उस बटी क लिए जो
लिता की अिनी ह।
'मसीह को सिीकारन क कछ
एक साि बाद , एक घटना घटी लजसन
मर लिशवास को और अलधक दढ लकया।
और नय लसर स परमशवर को अपन लपता
क रप म दखन क कारण बनी।
जब ईसटर रलििार सबह आई ,
तब मौसम इतना गरम था लक लसफव गमी
म पहननिाि कपडो को ही पहना जा
सकता था। नाशता क समय , म और मरी
बहन हम दोनो न यह तय लकया लक हम
उनक बगि म खड और बात सन रह थ।
उनहोन कहा लक ऐस सनना उनक लिए
बहत रोचक था लक य उस अधी बचची
क लिए लभनन - लभनन िसतओ का िणवन
कस कर रही थी - उनक लिए यह बडा
कलठन काम िग रहा था।
'दसर िोगो को खरीषट क बार
बतान की कोलशश क समय मरी भी ऐसी
ही हाित ह। ' म न कहा, 'म उनक बार म
बात करता ह : लफर भी िो खरीषट म कोई
सनदरता नही दखत कयोलक उनम उसक
लिए इचछा होनी चालहए। िलकन अगर ि
किि उनक पास आए , तो यीश मसीह
उनकी मन की आख खोिग और ि
अपनी सभी मनोहरता और अनगरह को
आप ही परगट करग।'
सभा क बाद यह सिाददाता
मर पास आया और मझस पछन िगा लक
यह कहानी मझ कहा स लमिी। म न कहा
लक म न इस बोसटन क पपर म पढा था।
उसन मझ बताया लक बालटीमोर की गिी
म यह घटना घटी थी और म ही िह
सजजन ह लजसन यह िख लिखा था। इस
बात न उस पर इतनी गहरी छाप छोडी
लक उसन खरीषट को सिीकार लकया और
उस शहर का पहिा पररिलतवत वयलि
यही बना।
मन बहत बार ऐसा दखा ह लक
िोग सदश को और यहा तक लक उसक
बाईबि सदभव को भि जात ह िलकन य
छोटी कहालनया उनह याद रहती ह और
उनक जीिन म फि िाती ह। य छोटी
कहालनया खडकी की तरह होती ह जो
बताए लिषय पर रोशनी डािती ह। उनकी
सिा स िाभ लमिता ह।
अपन दोसतो को खो बठगा। और दफतर
म मरी हलसयता का कया होगा। ’ अपन
बचचो को लकस तरह अगिाई करक
चिाना ह, परभ यीश जानत ह ताकी ि
उिझन म ना पड।
- जोशआ दालनएि।
एकनासतिक सवाददािा का पररवितन 1879म जब म बालटीमोर म परचार कर
रहा था, एक नालसतक सिाददाता, जो य
मानता था लक म एक धोखबाज वयलि
ह , सभा म इस अलभपराय स आया लक
मरी कछ कही बातो या उलियो को
पकड सक। उस लिशवास था लक मरी
कहालनयो और िघ कथाओ को जो म
कहता ह , उसका झकाि था लक अपन
समाचार पतर म उसको छापो।
एक िघ कथा म जो मन
बताई िह ऐसी थी: कछ समय पहि
एक सजजन शहर की सडक पर जा रह
थ। यह तकरीबन लिसमस का समय
था, बहत सी दकानो की लखडलकया
लिसमस उपहारो और लखिौनो स भरी
थी। जस लक यह सजजन िहा स गजर
रह थ , उनहोन दखा लक तीन छोटी
िडलकया दकान की लखडकी क सामन
खडी थी।
उनम स दो तीसरी को , जो
चीज लखडकी म लदख रही थी उनक बार
म बतान की कोलशश कर रही थी। इस
दशय न उनको आकलषवत लकया , उनको
आशचयव हआ लक िो कया बात कर रही
होगी। ि िापस िौट , और दखा लक
बीच म जो िडकी खडी थी िह अधी
थी - ि कभी न दख पाएगी - और
उसकी दोनो बहन उसको बतान की
कोलशश कर रही थी लक चीज कसी
लदख रही थी। यह सजजन कछ समय
परमशवर परारतनाओ
का जवाब दि ह। 'म यहोिा स परम रखता ह , कयोलक उसन
मर लगडलगडान को सन लिया ह। ' (भजन
सलहता 11:6)
मतययजय खरिसत, मारच-अपरऱ, 2016
पषठ 5
दसरा डॉकटर उस दखन आया। िापस
िौटत समय मरी एक सहिी स लमिा
और उनस कहा लक उस कोई आशा नही
ह लक हमारा िडका सबह तक भी
जीलित रहगा। म न उसका ताप मापा तो
िह 106 लडगरी पर था। ति बखार स िह
तडप रहा था। उसक बगि म बठ कर ,
मदद क लिए परभ को पकारत , म न सपषट
कहा: पी - , तम न मरा कहना ना माना
और इस तरह अपन ऊपर यह बीमारी ि
आय हो। म न तम को माफ लकया ह ,
यीश स मागो की िह भी तम को माफ
कर। और अपन आप को उस सौप दो।'
एक पि उस बचच न मरी तरफ
एकटक दखा और लफर उसन अपनी
आख मद िी। म न एक पि उसक होठो
को लहित दखा। लफर िह शानत गहरी
नीद म उतर गया। शाम को जब िह
जागा, म न उसका ताप मापा और िह
101 लडगरी पर लनकिा। जब तक डॉकटर
िापस िौटा, उसका ताप सामनय हो गया
और लफर नही चढा। जो उसक फफडो स
खन बह रहा था, िह भी रक गया।
कया यीश मसीह कि और
आज और यगानयग एकसा नही ह ? लफर
इस यग म , हम कयो उसक सहत बखश
सपशव पर अचलभत हो जाय ? 'तमहार
लिशवास क अनसार तमहार लिए हो जाए!'
परबि परारथना की शत
परमशवर क िचन म पराथवनाओ
का उतर लमिन की लनधावररत शत नीच
लिखी ह। इन शतो का सार ह – ‘बन
रहना’
1. िरमशवर क सममख िशचातािी
लवनमरता और िाि को तयागना-
‘और यलद मर िोग जो मर नाम क
कहिात ह , दीन होकर पराथवना कर और
मर दशवन क खोजी होकर अपन बर मागो
स लफर , तब म सिगव म स सनकर उनका
पाप कषमा करगा और उनक दश को चगा
कर दगा।’ (2 इलतहास 7:14)
2. िर मन स िरमशवर को खोजना -
‘तब तम मझ पकारोग और मर पास
आकर मझ स पराथवना करोग और म
तमहारी सनगा। तम मझ ढढोग और
पाओग कयो लक तम समपणव रदय स मझ
ढढोग।’ (लयमवयाह 29:12,13)
3. िरमशवर िर भरोसा -
‘‘म तम स सच कहता ह , जो कोई इस
पिवत स कह , ‘उखड जा और समदर म
जा पड,’ और अपन मन म सनदह न कर,
परनत जो कछ उसन कहा , लिशवास कर
लक हो जाएगा तो उसक लिए िह हो
जाएगा। इसलिए म तम स कहता ह , लक
जो कछ तम पराथवना म मागत हो लिशवास
करो लक उस पा चक हो , और िह तमह
लमि जाएगा।’’ मरकस (11:23,24)
4. आजञािािन -
‘और जो कछ हम मागत ह , उसस पात
ह, कयो लक हम उसकी आजञाओ का
पािन करत और ि ही कायव करत ह जो
उसकी दलषट म लपरय ह।’ यहनना (3:22)
5. िलवतर आतमा िर लनभथरता -
‘इसी रीलत स आतमा भी हमारी दबविता
म सहायता करता ह ; कयोलक हम नही
जानत लक हम पराथवना लकस परकार करना
चालहए, परनत आतमा सिय भी ऐसी
आह भर कर जो अिणवनीय ह हमार
लिए लिनती करता ह।’ रोलमयो (8:26)
6. अतयावशयक - मरकस 7:24-30;
िका 11:5-10 दख।
7. िरमशवर की इचछा क अनसार
माागना चालहए -
‘और जो साहस हम उसक सममख होता
ह िह यह ह ; लक यलद हम उसकी इचछा
क अनसार कछ माग , तो िह हमारी
सनता ह।’ यहनना (5:14)
8. यीश क नाम स -
‘और जो कछ तम मर नाम स मागोग ,
िही कर गा लक पतर म लपता की मलहमा
हो। यलद तम मझ स मर नाम स कछ भी
मागोग तो म उस कर गा। यहनना
(14:13,14)
9. दसरो क परलत की गिलतयो को
सधारन क लिए तयार रहना चालहए।
‘इसलिए यलद त अपनी भट िदी पर
िाए और िहा तझ समरण आए लक मर
लगरजाघर नही जा पायग। कयोलक हमार
पास कछ परान सदी क कपड थ। अपन
कमर म जाकर पढन क लिए म न अपनी
बाइबि को खोिा। िह मती 6 ि अधयाय
पर खिा। और मरी आख इन शबदो पर
आ लटकी 'इसलिए यह कह कर लचनता न
करो, 'हम कया पलहनग ?' परनत तम पहि
परमशवर क राजय की खोज म िग रहो तो य
सब िसतए तमह द दी जाएगी।'
ऐसा िगा लक परमशवर मझ स
सीध बात कर रह ह। मन तय लकया लक म
लगरजाघर जाऊ गी। चाह सलदवयो की िह
परानी पोशाक ही पहनकर कयो ना मझ
अपन आप को नीचा करना पड , तो भी।
परभ न अपन िादो को सच सालबत लकया ;
बहत समय पहि क उस पनरथान क
सदश की सामथव का मर मन पर पड परभाि
को म अब भी महसस करती ह । और उस
क अगि लदन , दर क ररशत म एक ऑनटी
स मझ एक बकसा लमिा। उस म ना लसफव
नय कपड ही थ बललक 'य सब िसतए ' क
अतगवत आन िािी कई सारी दसरी चीज
भी थी।
एक सहतबखश सिशथ
कई सािो बाद जब रोसालिनड
चीन म एक लमशनरी बनी तथा एक मा भी
बनी, परभ न उसक बचचो म स एक को
बीमारी स चगा लकया था:
'सन 1898 मई म टीनलसन जान क लिए
हम अपन बचचो क साथ एक हाऊसबोट
म लनकि पड थ। आबोहिा बदिन और
लिशराम जो अतयत जररी था , पान क लिए
हम लनकि थ। जलदी ही बडी ठड और
नमी का मौसम छा गया। बारह लदनो क
बाद टीनलसन नजर म आया। तब अतयत
ठडी उतरी हिा चिन िगी। तब हमारा
सब स बडा िडका , मरी दी हई आजञा को
तोड कर िह ऊपर डक पर अपना कोट
पहन लबना चिा गया। थोडी ही दर म िह
तजी स कप-कापत अदर आया। उस
दोपहर जब हम िाप टीनलसन पहच गय ,
िहा डॉकटर न उस 'लनमोलनया' ह घोलषत
कर लदया।
अगि लदन दोपहर क बाद ,
मतययजय खरिसत, मारच-अपरऱ, 2016
पषठ 6
भाई को मझ स कोई लशकायत ह , तो
अपनी भट िदी क सामन छोड द और
जाकर पहि अपन भाई स मि कर ि
और तब आकर अपनी भट चढा। ’ मती
(5:23,24)
- रोसालिनड गफोतव, ‘म कस जानती ह लक
परमशवर पराथवना का जिाब दता ह।’
बिकफ हो सकत हो , मगर लफर भी आप
दख सकत हो .. कोई भी दख सकता ह ;
एक बचचा भी दख सकता ह। मगर लफर
िखन कहता ह , ‘मरी तरफ दखो। ’ ‘हा!’
उनहोन कहा , ‘आप म स कई िोग अपन
अदर दख रह हो ; मगर िहा दखन स कोई
िाभ नही। अपन म आप कभी आराम नही
पाओग। कई लपता परमशवर की तरफ दखत
ह। नही, धीर धीर उनकी तरफ दखो। यीश
मसीह कहत ह , ‘मरी तरफ दखो।’ आप म
स कछ िोग कहत ह , ‘पलितर आतमा कायव
करन तक हम इनतजार करना ह। ’ मगर
लफिहाि आप को उसकी जररत नही ह।
मसीह की ओर दखो। िखक कहता ह ,
‘मरी तरफ दखो।’
उस आदमी न सदश को इस तरह आग
बढाया: ‘मरी तरफ दखो ; मरा पसीना, रि
की बडी बदो क समान लगर रहा ह। मरी
तरफ दखो ; म िस पर िटक रहा ह । मरी
तरफ दखो ; म मर गया ह और दफनाया
गया ह । मरी तरफ दखो; म लफर स जी उठा
ह । मरी तरफ दखो ; म सिगव पर उठ लिया
गया ह । मरी तरफ दखो; म लपता क दालहनी
ओर बठा ह । ह बचार पापी , मरी तरफ
दखो! मरी तरफ दखो!’
कछ समय बाद गिरी क नीच बठ हए
चालसव की तरफ मडकर परचारक न उस पर
आख गडाई और कहा , ‘नौजिान, तम
बहत वयाकि लदख रह हो। ’ चालसव ठीक
िसा ही लदख रहा था। तीर ठीक लनशान पर
िगा। उसन आग कहा , ‘और त हमशा
वयाकि ही रहगा – लजनदगी म वयाकि
और मरत भी वयाकि – अगर मरा कहना
ना मानो तो ; मगर, अगर अभी तमन इसी
कषण माना, तो तमहारा उदधार हो जायगा।’
अपना हाथ उठात उस परचारक लचलिाया ,
‘नौजिान, यीश मसीह की तरफ दखो!
दखो! दखो! तमह और कछ करन की
जररत नही, लसफव दखो और लजयो।’
चालसव न उदधार का मागव तरनत दख लिया ;
और उसन दखा भी था। तभी क तभी
बादि हट गय और अनधकार दर हो गया
और िह सरज को दख पाया। उसन दखा
और जीलित हो गया। िह खशी क
मार उछि पडा जब उसन अपन पापो
का दणड , उस महान परलतलनधान –
यीश न जो कहा और हमशा क लिए
उस दर लकया। बाद म चालसव सपजवन न
य लिखा था, ‘म अपन पर मन स यह
मानता ह लक म कभी सतपत ना था जब
तक ना म मसीह क पास आया।’
- चालसव सपजवन की जीिनी दख। मसीह की ओर दखो और सजयो! नौजिान चालसव न अपन कसब म लसथत
सार लगरजाघरो म जान का लनणवय लकया।
अपनी आतमा की मलि क लिषय म
लचलनतत, िह उदधार पान क रासत की खोज
म था। अगर परमशवर उसक पाप माफ कर
तो िह कछ भी करन या बनन क लिए
तयार था। लफर भी उस अपनी गहरी इचछा
का जिाब नही लमिा - ‘म कस अपन
पापो का माफी पाऊ ?’
‘एक रलििार क लदन , बफावि तफान क
कारण, िह लनयलमत आराधना क सथान
पर नही जा पाया। इसलिए िह आलखरकार
एक छोट स आलदम मयॉलडसट लगरजाघर म
गया। उस सबह िहा क पादरी क ना आन
क कारण , एकदम पतिा लदखन िािा
कोई मोची या दजी या कछ इस तरह का
काम करन िािा वयलि , अततिः परचार
करन क लिए मच पर चढ गया। उस इसी
िख पर सदश दना था। कहन क लिए
जयादा कछ तो ना था लसिाय यह: ‘ह
पथिी क छोर क सब िोग , मरी ओर दखो
और उदधार पाओ।’ (यशायाह 45:22a)
चालसव न सोचा लक इस िख म, उस आशा
की लकरण लदखाई द रहा ह। परचारक न
अपनी लिशाि शिी म शर लकया: मर
लपरय दोसतो , यह लनलशचत ही बहत सरि
िखन ह। यह कहता ह, ‘दखो’ अब दखन
क लिए कोई कषट तो उठाना नही पडता।
अपना पर या उगिी उठान की िररत तो
ह नही ; लसफव यही लक ‘दखो’। दखना
सीखन क लिए लकसी वयलि को कॉिज
जाना तो नही पडता। आप सब स बड